अमोनिया एक रासायनिक यौगिक है। अमोनिया का सूत्र NH3 है। अमोनिया एक रंगहीन गैस है। अमोनिया हाइड्रोजन और नाइट्रोजन से बना होता है। अमोनिया हवा की तुलना में हल्का होता है। इसका घनत्व 8.5 है। यह पानी में घुल जाता है। अमोनिया के जलीय घोल को लिकर अमोनिया कहा जाता है। यह प्रकृति में क्षारीय है। जोसेफ प्रीस्टली ने पहली बार 1909 में अमोनियम क्लोराइड को बुझाये हुए चूने के साथ गर्म करके अमोनिया गैस प्राप्त की। अमोनिया गैस प्रयोगशाला में तैयार की जा सकती है। अमोनिया बनाने से पहले, आपको अमोनियम क्लोराइड और बुझाया हुआ चूने लेने की जरूरत है। इन दोनों की मदद से आप अमोनिया गैस का निर्माण कर सकते हैं। अमोनिया गैस पौधों और जानवरों के अपघटन से भी उत्पन्न होती है।
अमोनिया का रासायनिक सूत्र = NH3
अमोनिया का सूत्र एवं निर्माण
अमोनिया का रासायनिक सूत्र NH3 होता है। जब अमोनियम क्लोराइड की कैल्शियम हाइड्रोक्साइड से क्रिया करायी जाती है तो अमोनिया गैस प्राप्त होती है।
2NH4Cl + Ca(OH)2 ——–> 2NH3 + CaCl2 + 2H2O
अमोनिया बहुत सूक्ष्म मात्रा में वायु तथा मिट्टी में उपस्थित रहती है। जहाँ ये नाइट्रोजन युक्त कार्बनिक यौगिक के विघटन से बनती है।
NH2CONH2 + 2H2O ——->2NH3 + H2O + CO2
हैबर विधि द्वारा अमोनिया का निर्माण अमोनिया का औद्योगिक निर्माण हैबर विधि से किया जाता है। इस विधि में, नाइट्रोजन और हाइड्रोजन को 1:3 में गर्म करके अमोनिया गैस प्राप्त की जाती है। इस विधि में नाइट्रोजन और हाइड्रोजन को 1:3 के अनुपात में लिया जाता है और कंप्रेसर कक्ष के माध्यम से उत्प्रेरक कक्ष में भेजा जाता है जहां नाइट्रोजन और हाइड्रोजन एक दूसरे के साथ प्रतिक्रिया करके अमोनिया गैस बनाते हैं। यह कक्ष Fe उत्प्रेरक और Mo वर्धक से भरा होता है। जो अभिक्रिया की गति को बढ़ाता है। उत्प्रेरक कक्ष से प्राप्त गैसीय मिश्रण को कंडेनसर को भेजते हैं। मिश्रण में मौजूद अमोनिया घुल जाता है जबकि नाइट्रोजन और हाइड्रोजन गैसीय अवस्था में रहते हैं। जिसे फिर से परिसंचरण पंप द्वारा उत्प्रेरक कक्ष में भेजा जाता है। यह प्रक्रिया जारी रहती है और अमोनिया गैस बनती है।
अमोनिया के गुण (formula of ammonia)
उपरोक्त लेख में, हमने आपको अमोनिया के सूत्र के बारे में बताया है, अब हम आपको इसके गुणों के बारे में बताएंगे। अमोनिया के गुण इस प्रकार हैं।
अमोनिया एक रंगहीन गैस है जिसमें तीखी गंध होती है।
इसका हिमांक बिंदु 198.4 K है।
इसका हिमांक बिंदु 239.7 K है।
अमोनिया की संरचना त्रिकोणीय पिरामिड है।
अमोनिया पानी में अत्यधिक घुलनशील है।
इसका जलीय घोल कमजोर क्षारीय होता है।
अमोनिया गैस तरल अवस्था में एक रंगहीन तरल के रूप में दिखाई देती है। जबकि ठोस अवस्था में यह एक सफेद क्रिस्टलीय ठोस में परिवर्तित हो जाता है।
अमोनिया गैस पानी में बहुत तेजी से घुल जाती है और अमोनियम हाइड्रॉक्साइड घोल बनाती है। इस घोल को छूने से त्वचा को गंभीर नुकसान हो सकता है।
अमोनिया हमारे स्वास्थ्य के लिए एक हानिकारक गैस है, हवा में अमोनिया की उच्च सांद्रता के संपर्क में आने पर नाक, आंखों और श्वसन पथ में तुरंत जलन होती है।
यह अम्लों के साथ अभिक्रिया करके अमोनियम लवण बनाता है।
NH3 + HCl ———–>NH4Cl
अमोनिया के उपयोग (Formula of Ammonia) उपरोक्त लेख में, हमने आपको अमोनिया के सूत्र और गुणों के बारे में बताया है अब हम आपको इसके उपयोग के बारे में बताते हैं।
अमोनिया का उपयोग अमोनियम नाइट्रेट, यूरिया, अमोनियम सल्फेट और अमोनियम फॉस्फेट जैसे नाइट्रोजनयुक्त उर्वरकों के उत्पादन में किया जाता है।
इसका उपयोग नाइट्रिक एसिड जैसे कुछ अकार्बनिक यौगिकों के निर्माण में किया जाता है।
इसका उपयोग शीतलक के रूप में किया जाता है।
अमोनिया का उपयोग वातानुकूलन उपकरण में प्रशीतक के रूप में किया जाता है।
अमोनिया का उपयोग टी. एन. टी. और नाइट्रोग्लिसरीन जैसे औद्योगिक विस्फोटकों के उत्पादन में किया जाता है।
अमोनिया का उपयोग पीने के पानी में डाले गए कीटाणुनाशक क्लोरीन की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
अमोनिया का उपयोग विभिन्न प्लास्टिक, कीटनाशकों और रंगों के उत्पादन में किया जाता है।
अमोनिया का उपयोग कई तरीकों से हानिकारक गैसीय उत्सर्जन के उपचार में किया जाता है। उदाहरण के लिए, सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड जैसी गैसें तब बनती हैं जब जीवाश्म ईंधन को जलाया जाता है।